5 Simple Techniques For shiv chalisa lyrics aarti
कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।।तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मा
कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।।तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मा